मोदी जी और बच्चन जी, दोस्त की शादी में गए थे हम गुजरात में । स्टेशन पर पहुँचते ही घूस खिलानी पड़ी और ख़त्म हो गए 5000 रु बात ही बात में, ऐसे शुरुआत हुई हमारे कुछ दिनो़ की गुजरात मे़ ।।
सड़कें मक्खन जैसी, कि 350 किमी. का सफ़र भी मज़े से कट गया बात ही बात में । खाना इतना स्वादिष्ट और सस्ता कि, मन किया थोड़ा घर के लिए भी pack करवा लें साथ में । तब लगा कि कुछ दिन तो मज़े से गुज़रेंगे गुजरात में ।।
Dry state की आड़ में बार बार घूस माँगते हैं पुलिस वाले हाथ में, तब समझ आया कि बस थोड़ी हिम्मत और नोट गरम रखो हाथ में, जहँा चलती थी मधुशाला हर दम हमारे साथ में, ये नयी कला सीखी हमने गुजरात में ।।
यूँ चार लाइनें लिख कर बयान कि आप बीती हमने आपके साथ में, तो जनाब हमने इस तरह गुज़ारे कुछ दिन गुजरात में ।।
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